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actor bhagwan sinha biography | bhagwan sinha life story

actor bhagwan sinha biography | bhagwan sinha life story

About this video- नमस्कार दोस्त मैं हूँ आपका दोस्त बबलू और आप देख रहे हैं "Yaadein Hindi" चैनल।दोस्तों फिल्मी जगत में कई ऐसे कलाकार आये जिन्होंने अपने अभिनय के दम पर फिल्मी जगत में इतिहास रच दिया । और आज शोशल मीडिया व न्यूज़ पेपर में भी उनके चर्चे है , तो कई कलाकार ऐसे भी हैं जिन्हें कोई बड़ा नाम तो नही मिला , परंतु फिल्मों में अपने छोटे छोटे रोल यानी सपोर्टिंग रोल से ही दर्शकों के दिलों अपनी एक अलग पहचान बना ली। कई ऐसे सहायक कलाकार हैं जिन्होंने फिल्मी पर्दे पर भले ही कुछ ही सेकंड का रोल किया हो, परन्तु उनके अभिनय ने दर्शकों के दिलों पर ऐसी छाप छोड़ी की जिसे ज्यादा पहचान की जरूरत ही नही पड़ी।परन्तु बदलते वक्त के साथ हर चीज धुंधली पर जाती है , वैसे ही ये सपोर्टिंग एक्टर समय के साथ भूला दिए जाते हैं। जिनकी कहानी न शोशल मीडिया पर मिल पाती है और न कि किसी न्यूज़ पेपर में कभी उन कलाकारों के बारे में कुछ जानने को मिलती है। ऐसे हैं कलाकारों की सूची में आते है 1950 के दशक के एक्टर भगवान सिन्हा । आप मे से कइयों ने इन्हें कई पुराने फिल्मों में देखा होगा। परंतु मेरे खयाल से कुछ ही लोगों को इनका नाम पता होगा। इन्होंने 1950 के दशक से लेकर 1980 के दशक तक हिंदी फिल्मों में लगातार अपनी उपस्थिति दर्ज कराई। भगवान सिन्हा एक प्रसिद्ध भारतीय सहायक फ़िल्म अभिनेता थे। जिन्होंने अपने अभिनय कौशल से फिल्मी जगत में एक सहायक अभिनेता के रूप में सफलता प्राप्त की। उन्होंने साल 1952 में चेतन आनंद की निर्देशित व देव आनंद अभिनीत फिल्म आंधियां में अभियोजन पक्ष की वकील की भूमिका निभाई थी। ये उनकी पहली फ़िल्म थी या नही शोशल मीडिया पर इसकी कोई भी जानकारी हमे नही प्राप्त हुई। इसके बाद उन्होंने टैक्सी ड्राइवर,फरार, हाउस नम्बर 44,पॉकेटमार,जासूसी,मासूम,
,बम्बई का चोर,औलाद, किस्मत, परदेसी और तेरे मेरे सपने जैसे कई हिट फिल्मों में सहायक अभिनेता के रूप में काम किया। साल 1955 में आई फ़िल्म हाउस नम्बर 44 में भगवान सिन्हा ने सुंदर नामक भगवान के किरदार में तो साल 1970 में आई फ़िल्म भगवान परशुराम में उन्होंने शुद्र को दंड देने वाले एक ब्राह्मण की भूमिका निभाई थी। इसके साथ साथ उन्होंने और भी कई फिल्में जैसे रेशम की डोरी,दुनिया का मेला,शेषा जैसे फिल्मों में भी अभिनय किया। भगवान सिन्हा ने देव आनंद,राज कुमार, आई एस जोहर,धर्मेंद्र , जितेंद्र,विश्वजीत, व विनोद खन्ना जैसे कई अन्य बड़े सितारों के साथ काम किया था। उन्होंने फिल्मों में महाकाब्य कहे जाने वाले निर्देशक रमेश सिप्पी की फ़िल्म शोले में भी अभिनय किया था। हिंदी फिल्मों के अलावा भगवान सिन्हा ने भोजपुरी फिल्मों में भी जैसे गंगा मैया तोहे पियरी चढ़इबो,जेकरा चरणवा में लगले परनवा, सीता मैया जैसे कई भोजपुरी फिल्मों में काम किया। 80 के दशक के उत्तरार्द्ध में उनकी 1985 में रिलीज फ़िल्म घर द्वार और 1987 की फ़िल्म माशूका थी। 30 जनवरी 1992 को एक्टर भगवान सिन्हा ने इस दुनिया को अलविदा कह दिया। दोस्तों वीडियो अगर अच्छी लगे तो प्लीज इस चैनल को लाइक , शेयर व सब्सक्राइब जरूर करें । धन्यवाद। जय हिंद
Image Source- Google
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Note: This video is based on internet research,magazine, news article and other sources . thus may not be 100% accurate.

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